महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार ||

हमारा भारत महान है क्योंकि यहाँ पर हर धर्म  के लोग एक परिवार के जैसे रहते है ,जैसे परिवार में कोई समस्या आती है तो सब एक साथ खड़े हो जाते है वैसे ही देश में कोई समस्या होती है तो हम सब एक होकर उसका सामना करते है ।
अब हमें फिर एक होकर देश के एक बहुत बड़े समस्या को ख़त्म करना है क्योंकि हमारा देश(परिवार) में जिन्हें हम माँ,बहन और बेटी कहते है उनके लिए हमारा देश अब नर्क हो गया है,महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को देखकर ये कहना गलत नही होगा की अब हमारी बहन बेटी सुरक्षित नही है ।
जहाँ एक तरफ हमारे देश में बेटियों को देवियों का दर्ज़ा दिया जाता है , वहीँ दूसरी तरफ हर 15 मिनट में एक रेप हो जाता है हर 4 घंटे में 1 गैंग रेप की वारदात होती है | हमारे देश की ये संस्कृति तो नही थी , ये हम किस तरह की संस्कृति को अपना रहे है , जहाँ हमारी ही बहन बेटियां खुल के सांस नही ले सकती,अपने ही घर, देश में उन्हें घुटन महसूस होती है |

एक तरफ जहाँ यातायात के नियमो का उल्लंघन करने पर हजारो रुपये का जुर्माना और जेल जाने का प्रावधान है वहीँ दूसरी तरफ एक बलात्कारी को सालो लग जाते है सजा देने में और वो भी पक्का नही की सजा होगी और पकड़ा भी जायगा क्योकि अगर पैसे वाला और पॉवर वाला है तो उसका कुछ नही होगा | क्या हमारा कानून इतना लाचार है ?

आप और हम तो सिर्फ उन घटनाओ के बारे में जान पाते है जो हाईलाइट होते है , लेकिन हर घंटे पता नही कितनी ऐसी घटनाये होती है जिनका कोई रिकॉर्ड ही नही है , सोचिये ||

आप भी किसी के भाई और पिता होंगे तो सोचो और अपने आप को ही जवाब दो की क्या अपनी बहन बेटी को बाहर पढ़ने के लिए या जॉब करने के लिए जब भेजते है तो डर नही लगता ?

हम अपने बेटियों को तो समझाते है लेकिन अपने बेटो को क्यों नही ?

अपनी बहन के लिए तो सोचते है दुसरो के बहन के लिए क्यों नही ?

अपनी बहन के सेफ्टी का ख्याल तो बहुत रखते है लेकिन दुसरो के बहन को छेड़ते हैं ।।

हम ही गलत है ।

हम अच्छे तो सब अच्छे ।।
पहले खुद को बदलिये फिर सब बदल जायेंगे , परिवर्तन सबसे पहले खुद में लाइए ।।

दूसरा इस देश के संस्कृति को बर्बाद करने वाला है भारतीय सिनेमा – पिछले कुछ सालों से ये इतना गलत हो गया है कि इसके बारे में बुरा कहने के लिए इतना बुरा शब्द ही नही बना , हाथ जोड़ के सभी बड़ो से निवेदन है धार्मिक न्यूज़ और सही चैनेलो को छोड़ कर सभी चैनल अनसब्सक्राइब कर दें , बच्चे जो देखते है वैसा ही बनना चाहते है । अपने बच्चो में अच्छे संस्कार डालिये उन्हें वेब सीरीज़, अनगिनत बकवास फिल्मो के संस्कार न दीजिये। घर के बुजुर्गों से जो संस्कार मिलते है वो कहीं नही मिलेंगे बच्चो का ज्यादा समय उन्हें अपने बुजुर्गों के पास बिताने दीजिये ।।

एक विनम्र अनुरोध

किसी बेटी का पिता या भाई हर जगह उसके साथ नही हो सकता,लेकिन जहाँ एक बेटी होती है वहां पर मर्द के रूप में किसी न किसी का भाई या पिता मौजूद होता है । आप किसी और की बहन,बेटी को सुरक्षा उपलब्ध कराये  कहीं कोई और आपकी बहन,बेटी का सुरक्षा करेगा ।।

मै अपने देश के हर एक नागरिक से अनुरोध करता हूँ की देश को लगे इस बीमारी से लड़ने में मेरी मदद करे इसे अमल करे और शेयर करे ।

बहनो के लिए एक छोटी सी पहल ।।

GAURAV MISHRA

ADMIN. (garvm2018@gmail.com)

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